लगोस एलसीडीए उपाध्यक्ष का निधन, पदभार संभालते ही दो महीने बाद दुनिया से विदा
लागोस, 21 सितंबर 2025: राजनीति में कभी-कभी ऐसी खबरें आ जाती हैं जो दिल को चीर देती हैं। बडाग्री वेस्ट लोकल काउंसिल डेवलपमेंट एरिया (एलसीडीए) की उपाध्यक्ष प्रिंसेस ओलुरेमी नुत्तायी अजोसे का शनिवार को निधन हो गया। वो जुलाई में ही पद पर आई थीं, यानी ठीक दो महीने बाद ही ये सदमा लगा। स्थानीय राजनीतिक और पारंपरिक हलकों में शोक की लहर दौड़ गई है। लोग कह रहे हैं कि इतनी कम उम्र में इतनी जिम्मेदारी निभाने वाली महिला का जाना बड़ा नुकसान है। आइए, उनकी जिंदगी और इस घटना की थोड़ी सी बात करते हैं।
प्रिंसेस ओलुरेमी, जो अपा एगुन-अवोरी किंगडम के अलापा ओबा ओयेकान अजोसे की बेटी थीं, को 27 जुलाई को लगोस स्टेट के गवर्नर बाबाजिदे संवो-ओलू ने शपथ दिलाई थी। उनके साथ एलसीडीए चेयरमैन हॉन. रऊफ इब्राहिम कायोडे येमारेन और पांच काउंसलर भी शामिल हुए थे। ये नई टीम बडाग्री वेस्ट के विकास के लिए उत्साहित थी – सड़कें, स्कूल, स्वास्थ्य सेवाएं, सब पर फोकस। लेकिन किस्मत ने कुछ और ही लिखा। अजोसे की मौत की खबर शनिवार सुबह आई, और तुरंत ही काउंसिल ऑफिस में सन्नाटा छा गया। डेली पोस्ट के मुताबिक, ये खबर सुनते ही लोग सदमे में आ गए।
अभी तक मौत की सटीक वजह बताई नहीं गई है, लेकिन परिवार और करीबी सर्कल में ये चर्चा है कि स्वास्थ्य संबंधी कोई पुरानी दिक्कत हो सकती है। प्रिंसेस ओलुरेमी हमेशा से सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहीं। अवोरी कम्युनिटी में उनकी पहचान एक मजबूत और दयालु महिला की थी। एक स्थानीय नेता ने बताया, “वो राजघराने से थीं, लेकिन जमीन से जुड़ी हुई। पद मिलते ही उन्होंने महिलाओं के लिए प्रोग्राम शुरू किया था। इतने कम वक्त में इतना काम, कौन भूल सकता है?” चेयरमैन येमारेन ने शोक संदेश में कहा, “हमारी टीम का एक मजबूत स्तंभ चला गया। ओलुरेमी की यादें हमेशा रहेंगी।”
लागोस की राजनीति में ये कोई पहला केस नहीं है। हाल ही में कुछ और लोकल चेयरमैन और काउंसलर भी असमय चले गए। जैसे, ऑनिगबोंगबो एलसीडीए के चेयरमैन ओलाडोटुन ओलाकानले का निधन, या आयोबो-इपाजा के बोला शोबोवाले की लंबी बीमारी के बाद मौत। ये घटनाएं बताती हैं कि लोकल लेवल पर काम का दबाव कितना ज्यादा है। तनाव, यात्राएं, और कभी-कभी स्वास्थ्य की अनदेखी – सब मिलकर ऐसा कर देते हैं। लेकिन प्रिंसेस अजोसे का जाना खासतौर पर दुखद है, क्योंकि वो नई शुरुआत कर रही थीं।
अब सवाल ये है कि एलसीडीए में उपाध्यक्ष की जगह कौन लेगा? राज्य सरकार जल्द कोई फैसला लेगी, लेकिन फिलहाल शोक ही है। गवर्नर संवो-ओलू ने भी संदेश भेजा होगा, जैसा हमेशा करते हैं। परिवार को सांत्वना देने की जरूरत है। प्रिंसेस ओलुरेमी की विरासत को आगे बढ़ाना तो बाकियों की जिम्मेदारी है।
ये खबर हमें सोचने पर मजबूर करती है कि राजनीति में स्वास्थ्य का कितना ध्यान रखा जाता है। क्या पद पर आने वालों को मेडिकल चेकअप जरूरी होना चाहिए? या काम का बोझ कम करने के तरीके सोचे जाएं? आप क्या कहते हैं? कमेंट्स में अपनी राय शेयर करें। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें।
