मुंबई में सनसेंशनल हत्या: बुजुर्ग की सोने की चेन के लिए ली जान, लाश नाले में फेंकी
मुंबई, 21 सितंबर 2025: शहर की चकाचौंध के बीच एक बार फिर अपराध की काली सायं लहरा गई। बायकुला इलाके में एक बुजुर्ग की हत्या कर दी गई, वो भी सिर्फ उनकी गले की सोने की चेन लूटने के लिए। लाश को सोसाइटी के अंदर बने नाले में ठूंस दिया गया। पुलिस ने तीनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए हैं, लेकिन ये घटना शहर की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रही है। बुजुर्गों के लिए मुंबई कितनी सुरक्षित है? आइए, जानते हैं इस सनसनीखेज वारदात की पूरी कहानी।
बात 18 सितंबर की शाम की है। 68 साल के रामलाल यादव नाम के एक रिटायर्ड क्लर्क बायकुला की एक पुरानी सोसाइटी में अकेले रहते थे। बिहार के एक गांव से सालों पहले मुंबई आए रामलाल साहब की जिंदगी सादगी भरी थी – सुबह पार्क, दोपहर दोस्तों से गपशप, और शाम को चाय की चुस्की। लेकिन उस रात सब बदल गया। आरोपी, जो रामलाल के पड़ोसी थे, उनकी सोने की चेन पर नजर टिकाए हुए थे। पुलिस के मुताबिक, चेन की चमक ने तीनों को लालच में डुबो दिया। उन्होंने रामलाल को वॉचमैन के केबिन में बुलाया, बहाने से चाय पिलाई, और फिर हमला बोल दिया।
मुंबई में एक हिंदू बुजुर्ग एक सैलून पर बाल कटाने गए
— Ocean Jain (@ocjain4) September 21, 2025
बुजुर्ग ने सोने की चेन पहनी थी ….
सैलून संचालक असफाक इशाक शेख (39) ने बाल और दाढ़ी करते समय बुजुर्ग की सोने की चेन देख लिया
फिर बुजुर्ग का गला दबाकर मार दिया
लाश को नाले में फेंक दिया और चैन चुरा लिया
अब यदि हम कहेंगे… pic.twitter.com/O0AN38Kejt
जांच अधिकारी ने बताया, “आरोपी ने पहले रामलाल को बेहोश किया, फिर चेन खींच ली। जब वो होश में आए, तो डर के मारे चिल्लाने लगे। फिर हाथापाई में उन्हें गला दबाकर मार डाला। लाश को नाले में धकेल दिया, ताकि देर रात तक पता न चले।” अगली सुबह सोसाइटी के कुछ लोग नाले से बदबू की शिकायत करने लगे। सफाई वाले ने झांककर देखा तो दिल दहला देने वाला नजारा – आधी सड़ी लाश। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाने से मौत की पुष्टि हुई। चेन गायब थी, और जेब से कुछ नोट भी उड़ गए।
पुलिस ने तुरंत सीसीटीवी फुटेज चेक किए। आरोपी – 25 साल का राजू, उसका भाई 28 का श्याम, और उनका दोस्त 30 का बबलू – नजर आए। तीनों बायकुला में ही लेबर का काम करते थे। पूछताछ में खुलासा हुआ कि बिहार में रामलाल से पुरानी जमीन की जद्दोजहद थी। वो मुंबई आकर रामलाल को रंगरूटा समझते थे। चेन बेचने की सोचकर योजना बनी। राजू ने कबूल किया, “साहब की चेन देखकर लालच हो गया। सोचा, एक झटके में अमीर बन जाएंगे।” पुलिस ने चेन बरामद कर ली, जो एक पावनपुरी के ज्वेलर के पास बिकने को थी।
ये हत्या सिर्फ लूट की नहीं, बल्कि बदले की भी लग रही है। रामलाल की बेटी, जो पुणे में रहती है, ने बताया, “पापा अकेले थे, लेकिन कभी शिकायत न करते। बिहार का वो झगड़ा सालों पुराना था, फिर भी वो भूल चुके थे।” सोसाइटी वाले सदमे में हैं। एक पड़ोसन ने कहा, “यहां रात को डर लगने लगा। बुजुर्ग अकेले रहते हैं, चोरों को पता चल जाता है।” मुंबई पुलिस ने कहा कि बायकुला थाने पर केस दर्ज है, और तीनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ये घटना शहर को झकझोर रही है। सोने की चेन जैसी छोटी चीज के लिए जिंदगी खत्म हो गई। क्या CCTV और पेट्रोलिंग बढ़ानी चाहिए? या बुजुर्गों के लिए हेल्पलाइन? पुलिस ने अपील की है कि संदिग्ध दिखे तो तुरंत खबर करें। रामलाल की मौत एक सबक है – लालच इंसान को हैवान बना देता है।
आप क्या सोचते हैं? क्या मुंबई में अपराध रोकने के लिए और सख्ती जरूरी है? कमेंट्स में अपनी राय शेयर करें।
