नागपुर दंगों के मुख्य दंगाई फहीम मियां की दो मंजिला बिल्डिंग को जमीन में मिला दिया गया

मार्च 24, 2025 – नागपुर में हुए पिछले दंगों के मुख्य आरोपी फहीम मियां की दो मंजिला बिल्डिंग को आज प्रशासन द्वारा पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया। यह कदम नागपुर प्रशासन द्वारा दंगों में शामिल लोगों के खिलाफ उठाए गए कड़े कदमों के तहत लिया गया है, ताकि ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके जो सार्वजनिक शांति और कानून व्यवस्था के लिए खतरा पैदा करते हैं।

फहीम मियां, जो नागपुर दंगों के मुख्य आरोपी रहे हैं, ने कथित रूप से दंगों की साजिश रचने और हिंसा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जांच में यह सामने आया कि उनके द्वारा बनाए गए कई भवनों और संपत्तियों को अवैध रूप से अस्थिर किया गया था और उनपर स्थानीय प्रशासन और समाज में अशांति फैलाने के आरोप थे।

स्थानीय प्रशासन द्वारा एक्शन लेते हुए, आज सुबह नगर निगम के अधिकारियों और पुलिस बल के साथ फहीम मियां की दो मंजिला बिल्डिंग को ध्वस्त कर दिया गया। यह बिल्डिंग जिस इलाके में स्थित थी, वह पहले से ही विवादों में रही है। इसे गैरकानूनी निर्माण माना गया था, और इस पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए इसे पूरी तरह से जमींदोज कर दिया।

कार्रवाई का मकसद
प्रशासन का मानना है कि ऐसे आरोपियों और उनके अवैध निर्माणों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसे तत्वों को सख्त संदेश दिया जा सके। पुलिस और प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई समाज में शांति बनाए रखने और दंगों को बढ़ावा देने वाले आरोपियों को सख्त सजा देने का हिस्सा है।

इस कार्रवाई के बाद क्षेत्रीय लोग और सामाजिक कार्यकर्ता इसे एक सकारात्मक कदम मान रहे हैं, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि इससे भविष्य में दंगों को बढ़ावा देने वालों को एक सख्त संदेश मिलेगा।

क्या कहता है प्रशासन?
नागपुर के जिला प्रशासन ने बताया कि फहीम मियां के खिलाफ और भी कई आरोपों की जांच चल रही है, और इस प्रकार की कार्रवाई की जा रही है ताकि समाज में ऐसे लोगों के प्रभाव को कम किया जा सके। पुलिस ने यह भी साफ किया कि वह दंगों में शामिल अन्य आरोपियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करेगी।

इस कार्रवाई ने समाज में एक नई बहस को जन्म दिया है। क्या यह कदम सही था या यह केवल दिखावा था? प्रशासन ने कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ अवैध निर्माण और दंगों से जुड़े आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाना है।

हालांकि, यह एक अहम कदम है, लेकिन प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि यह कदम समाज में व्याप्त अन्य अवैध गतिविधियों और आपराधिक तत्वों पर भी लागू हो, ताकि नागपुर में शांति और सुरक्षा कायम रखी जा सके।

Leave a Comment