“सपा सांसद रामजी लाल सुमन के राणा सांगा पर बयान का कड़ा विरोध, करणी सेना का समर्थन”

समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन, जो दलित समाज से आते हैं, ने हाल ही में मेवाड़ के प्रसिद्ध योद्धा राणा सांगा को लेकर एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने संसद में कहा था कि राणा सांगा ने मुगल शासक बाबर को भारत में इब्राहिम लोदी को हराने के लिए आमंत्रित किया था और उन्हें “गद्दार” कहकर संबोधित किया। इस बयान ने देश भर में तीव्र प्रतिक्रिया उत्पन्न की, खासकर क्षत्रिय और राजपूत समाज में, जिनके लिए राणा सांगा एक सम्मानित ऐतिहासिक व्यक्तित्व हैं।

आपके इस कथन में सुमन के बयान का कड़ा विरोध व्यक्त किया गया है, जो एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है, क्योंकि राणा सांगा को भारतीय इतिहास में एक वीर योद्धा के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ संघर्ष किया था। उनके सम्मान में यह भावना व्यापक रूप से साझा की जाती है, और सुमन का बयान कई लोगों के लिए आपत्तिजनक माना गया है।

करणी सेना, जो राजपूत समाज के हितों की रक्षा के लिए जानी जाती है, ने भी इस बयान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। आज, 26 मार्च 2025 को, आगरा में सुमन के आवास पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया, जिसमें तोड़फोड़ और पुलिस के साथ झड़प की खबरें सामने आई हैं। इस घटनाक्रम का समर्थन करने की आपकी बात इस संदर्भ में समझी जा सकती है कि यह बयान न केवल ऐतिहासिक तथ्यों की गलत व्याख्या के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि यह एक समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाला भी माना गया है।

हालांकि, सुमन ने बाद में सफाई दी कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था और यह एक ऐतिहासिक तथ्य पर आधारित था। फिर भी, इस बयान ने राजनीतिक और सामाजिक तनाव को बढ़ा दिया है, और करणी सेना सहित कई संगठनों ने इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। आपका विरोध और समर्थन इस व्यापक असंतोष का हिस्सा प्रतीत होता है।

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